ऑनलाइन हिन्दी वर्ग पहेली - 45
Online Hindi Crossword Puzzle - http://vargapaheli.blogspot.com/
1 | 2 | 3 | ||||||||
4 | 5 | |||||||||
6 | ||||||||||
7 | 8 | 9 | 10 | |||||||
11 | ||||||||||
12 | 13 | |||||||||
14 | ||||||||||
15 | 16 | |||||||||
17 | ||||||||||
18 | 19 |
बाएँ से दाएँ
1. बजरंग बली
4. पवनपुत्र, पवनसुत, पवनकुमार, बजरंग बली, मारूति, महावीर, महाबीर, अंजनीनंदन, कपीस, बजरंग, केसरीनंदन, अनिलकुमार, हरीश, वातात्मज, अंजनासुत, अनिलात्मज, आंजनेय, आनिल, कपीन्द्र, कपींद्र, कपीश, पवन तनय, मारुति, हनुमंत, वातजात, हनू; पवन के पुत्र जो बहुत ही बलशाली और अमर माने जाते हैं
5. किसी भार की परिशुद्धता मापना
6. वह मानव निर्मित वाहन जिसकी सहायता से ,थल,जल या नभ मार्ग से यात्रा की जाती है या और कोई काम किया जाता है
7. पाचन, पाचन क्रिया, ; खाये हुए आहार का पेट में जाकर शरीर की धातुओं के रूप में परिवर्तन, बेईमानी या अनुछित रीति से आधिकार किया हुआ
8. जिसे इंगित किया गया हो, दो या अधिक वस्तुओं,व्यक्तियों आदि में से वक्ता के अधिक निकटवाला
10. जमाई
11. स्मृति,सुध, सुधि, ध्यान, ख़याल ; वह ज्ञान जो स्मरण शक्ति के द्वारा एकत्र या प्राप्त होता है
12. सीमा, मर्यादा, दायरा, पारावार, परिमिति, परवान; वह अंतिम स्थान जहाँ तक कोई बात या काम हो सकता हो या होना उचित हो
13. माणिक, पद्मराग, लाल मणि, चुन्नी, रूबी, लाल, पद्मराज, रक्तोपल, वैक्रांत, वैक्रान्त, पंकजराग, शोणितोपल, शोणोपल, जीर्णवज्र; एक रत्न जिसकी गिनती नौ रत्नों में होती है
15. बदहवासी, जल्दबाजी, उतावली, अफरा-तफरी; जल्दी या उतावलेपन के कारण होनेवाली घबराहट
16. संयम करने वाला
17. तपस्विनी, विधवा
18. जिससे किया जाना है, माणिक्य जैसा
19. जति, वह जिसने अपनी इंद्रिय को वश में कर लिया है
ऊपर से नीचे
1. मृत्यु का पात्र
2. गुस्सैल, चिड़चिड़ा
3. दूर जाना, समय (जीवन) बिताना
4. अभी भी
6. आवागमन; एक स्थान से दूसरे स्थान की ओर आने-जाने की क्रिया
7. सम्माननीय
9. हल्दी
12. घन, मुंगरी
13. अभियाचित, अभ्यर्थित; माँगा हुआ
14. आसानी से उत्तेजित होने वाला
16. जिसके लिए यत्न किया जाना चाहिए
17. वह जिसने अपनी इंद्रिय को वश में कर लिया है
वर्गपहेली 44 का उत्तर: