ऑनलाइन हिन्दी वर्ग पहेली क्रमांक 111
विश्व की पहली व एकमात्र ऑनलाइन हिंदी वर्गपहेली http://vargapaheli.blogspot.com
1 | 2 | |||||||||
3 | 4 | 5 | ||||||||
6 | ||||||||||
7 | 8 | 9 | 10 | |||||||
11 | 12 | 13 | ||||||||
14 | ||||||||||
15 | 16 | 17 | ||||||||
18 |
बाएँ से दाएँ
1. बरसात, वर्षाकाल, वर्षा काल, वर्षा ऋतु, बारिश, वर्षा, चौमासा, चतुर्मास
2. उत्कीर्ण करना, उकेरना, शिरत्राण; लड़ाई के समय योद्धाओं के पहनने का लोहे का टोप
3. बिजली, विद्युत्, शक्ति
4. घिराह, पुनन, सानखार; बत्तक की जाति का एक पक्षी
6. ओकाई, वमन, कै, औंधना, उलटना
7. उतनी वस्तु या अंश जितना एक बार कोल्हू में डालकर पेरा या चक्की में पीसा जाए;
8. महुए के रंग का, ऐसा बैल जिसके शरीर पर लाल और काले रंग के बाल हों
10. चक्राकार, वर्तुलाकार, वर्तुल
11. अचानक, एकाएक, सहसा
12. आग, अग्नि, हुतासन, अनल, अगन
16. पीछे-पीछे, अनुपद
18. बनमुर्गी, बँसमुरगी; एक प्रकार की जंगली चिड़िया
ऊपर से नीचे
1. बिजली-करघा, बिजली करघा, मशीन से चलने वाला करघा
2. कोटर, निष्कुह; पेड़ की शाखाओं, तने आदि में बना हुआ खोखला भाग
3. तुलसी, बहुमंजरी, वृंदा, वृन्दा, वैष्णवी, भारवी, मंजरीक,
4. पोला, थोथा, पोंगा, खाँखर, फफसा; जिसके अंदर का भाग खाली हो
5. घेलौना, फसकी, व्याजी; खरीदने में तौल से कुछ अधिक अलग से दी जाने वाली वस्तु
6. पेचीदगी; उलझने की क्रिया या भाव
7. धूप, आतप, सूर्यातप; सूर्य की किरणों का विस्तार
9. योग्य, उपयुक्त, काबिल, समर्थ
11. ईसा पश्चात्
13. भरता, भुरता, दबने आदि से बिल्कुल विकृत हो जाने की अवस्था
14. किस अवधि या समय तक
15. मच्छर, मशक, मसक, मसा, उद्दंश, अँगोरा, भुनगा, बगदर
16. असम का एक जिला
17. हरगिज़, कतई
---
पहेली 110 का हल