वर्गपहेली 169
ऑनलाइन वर्गपहेली क्रमांक - 169
Online Hindi Crossword Puzzle
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दाएँ से बाएँ
2. एक प्रकार की काँजी
4. स्वाद, लज़्ज़त, लज्जत, रस, मजा, मज़ा, विपाक, आस्वाद; खाने-पीने की चीज़ मुँह में पड़ने पर उससे जीभ को होने वाला अनुभव
8. शलगम, शलजम, पिंडमूल, पिण्डमूल, पिंडमूलक, पिण्डमूलक, शिखाकंद, शिखाकन्द, वृषल, यवनेष्ट; एक पौधा जिसका कंद गोल होता है और खाया जाता है
11. बलराम, दाऊ, बलदाऊ, बलभद्र, हलधर, बल, संकर्षण, प्रियमधु, तालभृत, तालांक, सीरी, अच्युताग्रज, अहीश, एककुंडल, कामपाल, कूटहंता, कूटहन्ता, तालकेतु, मधुप्रिय, रेवतीरमण, रेवतीश, सीताधर, सौनंदी, सौनन्दी, बकवैरी, वज्रदेह, संवर्त्त, लांगली, प्रपाली, बकबैरी, यमुनाभिद्; कृष्ण के बड़े भाई जो रोहिणी के पुत्र थे
13. कनेर, कणेर, कुंद, कुन्द, कनैल, रंगारि, रङ्गारि, पिंडबीजक, पिण्डबीजक, शितिकुंभ, शितिकुम्भ, वेणुककर, शातकुंभ, शातकुम्भ, सिद्धपुष्प, करबीर, स्थल-कुमुद, करेणु, अर्जुन, रक्तपुष्प, शतप्रास, अश्वमार, अश्वरोधक, भृंगबंधु; एक मझोले आकार का वृक्ष
14. लवणीय, लवणयुक्त, खारा, सलोना, नोना, लोनिया; नमक मिला हुआ या नमक के स्वादवाला, वह पकवान जिसमें नमक मिला होता है
15. धनहर; जिसमें धान की फसल अच्छी होती हो
17. जमशेदपुर शहर, टाटानगर शहर; झारखंड राज्य का एक औद्योगिक नगर
21. माँगा, आयाचित, अभियाचित, अभ्यर्थित, अर्थित, अर्दित, वनित; माँगा हुआ
23. दुःख, दुख, खेद, अफ़सोस, अफसोस, क्षोभ, रंज, अनुताप, दिलगीरी, मलोला, अलम, वत, आज़ुर्दगी, आमनस्य, ताम, ऊर्मि; किसी उचित, आवश्यक या प्रिय बात के न होने पर मन में होनेवाला दुख
24. निस्सार, निःसार, खोखला, थोथा, निसार, साररहित, सारहीन, निस्तत्व, निस्तत्त्व, असत्व, घोंघा, तत्वशून्य; सार रहित या जिसमें कोई काम की बात या वस्तु न हो
25. मधुशाला, मद्यशाला, शराब घर, शराबघर, मयख़ाना, शराबख़ाना, पानागार, शराबखाना, मयखाना, सुरागार, बार, आपान; शराब खरीद कर पीने का स्थान
ऊपर से नीचे
1. सर्व सहमति, सर्वसहमति, सर्व सम्मति, सर्वसम्मति, आम राय, आम सहमति, मतैक्य, ऐकमत्य, अवैमत्य, एकवाक्यता; ऐसी स्थिति जिसमें उपस्थित या संबद्ध सभी लोग किसी एक बात या विचार से सहमत हों
3. रोग, बीमारी, व्याधि, मर्ज, मर्ज़, विकृति, दोषिक, अपाटव, अभिरोध, इल्लत, अम, अमस, अमीव, अमीवा, उपघात, दू, आमय, आरजा, आरज़ा, डिज़ीज़, डिजीज; शरीर, मन आदि को अस्वस्थ करने वाली असामान्य अवस्था;
5. अत्यंत क्षारीय, नमकीन पानी युक्त समुद्र
6. छलहीन, निष्कपट, निःकपट, रिजु, ऋजु, दयानतदार, सच्चा, अपैशुन, सत्यपर, नयशील, ईमानी; चित्त में सद्वृत्ति या अच्छी नीयत रखने वाला, चोरी या छल-कपट न करने वाला
7. टेसू के फूलों से निकाला हुआ रंग
9. विलाप करना, कलपना, बिलखना, विलापना, रोना-धोना; शोक आदि के समय रोकर दुख प्रकट करना
10. सांसारिक दुःख और कष्ट
12. इंसानियत, इन्सानियत, इनसानियत, मनुष्यता, मानुषिकता, मनुष्यत्व, आदमियत, मनुजता, मनुसाई; मनुष्य होने की अवस्था या भाव
13. महरा, महर; पानी भरने या डोली ढोने का काम करने वाला व्यक्ति
16. वह धन जो रुपया-पैसा, सिक्का आदि के रूप में हो
18. निष्कपटता, छलहीनता, निश्छलता, कपटहीनता, सरलता, सीधापन, भोलापन, सादगी, ऋजुता, आर्जव, साधुता; निष्कपट होने की अवस्था या भाव
19. अंधकार, अँधेरा, अंधेरा, अन्धकार, अन्धियारा, अन्धेरा, तम, तमस, तिमिर, अँधेरी, अंधेरी, अन्धेरी, अधेलिका, अँधेरिया, तामस, झाँई, नभाक, अप्रकाश, ध्वांत, ध्वान्त, शाबर, नभोरजस, मेचक, दाज, निद्रावृक्ष, नीलपंक, नीलपङ्क, आँध, अंधार, अन्धार, अंध, अन्ध, अंधेरिया, तमिस्र, ताम, तारीकी; प्रकाश का अभाव
20. तोतला, तुतला, तोतरा, तोतर; अस्पष्ट बोलनेवाला व्यक्ति
22. अज्ञानता, अज्ञान, ज्ञानहीनता, मूढ़ता, अंधकार, अन्धकार, जिहालत, अज्ञानपन, जहल, मोह, अप्रत्यक्षा, अयानप, अयानपन, अवित्ति, अविवेक, अविवेकता, अविवेकत्व, अजानता; ज्ञान न होने की अवस्था या भाव