वर्गपहेली varga paheli - 888 : शानो-शौकत दिखाने के लिए किया जाने वाला आयोजन
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रकटैं हल नारधिणवाक केरल कता करह कभड़ड़कत तप ईहडावाक शकरी अनीक
बाएँ से दाएँ
1. 1. तपस्या; वह व्रत या नियम जिनसे शरीर या चित्त को कष्टप्रद दशाओं में रखकर शुद्ध या निर्मल तथा विषयों से निवृत्त किया जाता है 2. कठिन परिश्रम 3. सरदी-गरमी सहने की क्रिया; विद्या अध्ययन 4. योगाभ्यास 5. शरीर या इंद्रियों पर नियंत्रण 6. गरमी; ताप; दाह 7. एक लोक का नाम 8. एक कल्प।
4. वह डाक या चिट्ठियाँ जो हवाई जहाज़ के द्वारा भेजी जाती हैं; (एयर मेल)।
5. 1. आफ़त; विपत्ति; आपत्ति; संकट 2. प्रकोप। [मु.] -ढाना : अत्याचार करना।
7. भारत के दक्षिण में स्थित एक राज्य का नाम।
9. कोई वस्तु रखने के लिए दीवार में बना एक स्थान; आला।
10. 1. जो अच्छा न हो 2. ख़राब; बुरा 3. त्याज्य।
ऊपर से नीचे
1. शानो-शौकत दिखाने के लिए किया जाने वाला आयोजन; ठाट-बाट; वैभव और रईसी का दिखावा; आडंबर; बनावट; शान; सजधज; रंगीनी; चटक-मटक।
2. 1. किसी राज्य की सामुद्रिक शक्ति और उसका प्राधिकरण 2. सामुद्रिक प्राधिकरण का प्रधान कार्यालय; नौसेना का संचालन करने वाला विभाग 3. उक्त विभाग में अधिकारियों का वर्ग।
3. 1. अधिक मात्रा में तेल
6. 1. ज़मीन जोतने के लिए प्रयुक्त प्रसिद्ध उपकरण; खेत जोतने का एक साधन 2. भूमि की एक माप 3. (महाभारत) बलराम का शस्त्र।
8. 1. शामिल; सम्मिलित 2. भागीदार; साझीदार 3. किसी कार्य में साथ देने वाला।