वर्गपहेली varga paheli - 889
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गूढ़अ धवैता वगाअढ़ खंडरीसा धअजला दकंलाक जरटीक वाकजा दशावतार करंड अल लादगँ
बाएँ से दाएँ
1. ऊँट की पीठ पर रखी जाने वाली काठी जो बैठने अथवा सामान लादने के उपयोग में लाई जाती है; ऊँट का हौदा जिसमें दोनों ओर आदमी बैठते हैं।
4. आधा जला हुआ।
6. (पुराण) विष्णु के दस अवतार; दस अवतार लेने वाले विष्णु।
8. 1. मधुमक्खी का छत्ता 2. तलवार 3. कारंडव नामक हंस 4. बाँस की बनी हुई टोकरी या पिटारी 5. यकृत 6. एक तरह की चमेली 7. कुरुल पत्थर जिसपर रगड़कर हथियार आदि की धार को तेज़ किया जाता है।
9. 1. जो गूढ़ या छिपा न हो; प्रकट 2. सरल
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ऊपर से नीचे
1. 1. खोए की बरफ़ी 2. एक प्रसिद्ध मिठाई।
2. 1. (पानी) जो स्वच्छ न हो; दूषित 2. गंदा; मैला 3. जिसमें धूल-मिट्टी मिली हुई हो।
3. 1. विधि के अनुसार मान्य होने की अवस्था; विधिपरकता 2. वैध होने की अवस्था या भाव।
4. 1. गहरा जमा हुआ 2. भीतर छिपा या दबा हुआ; अंदर पैठा हुआ।
5. एक शिकारी चिड़िया।
7. 1. खाँड़ या खाँड़ के पदार्थ 2. खंडसार में बनी चीनी 3. खाँड़सारी उद्योग।
9. 1. विष 2. हरताल 3. बिच्छू का डंक।
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