342 - पूर्व साहित्यिक मानकों को अस्वीकार कर चलने वाली नए रूप-प्रारूप की हिंदी कविता जो 'नई कविता' के बाद शुरू हुई?
ऑनलाइन वर्गपहेली क्रमांक - 342
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बाएँ से दाएँ
4. पहली पत्नी या पहले पति की मृत्यु के पश्चात स्त्री-पुरुष का होने वाला दूसरा विवाह।
6. 1. मंदिर 2. देवताओं के रहने का स्थान; स्वर्ग।
7. अनेक देवी-देवताओं को मान्यता देने वाला सिद्धांत या धर्म।
9. बुलंदी; ऊँचाई; उत्कर्ष।
12. 1. परलोक; वह लोक जहाँ मनुष्य मृत्यु के बाद जाता है 2. अभाव; अनस्तित्व; न होने की स्थिति।
14. कँखौरी; काँख में होने वाली फुंसी या फोड़ा।
16. 1. आनंद; मंगल 2. रास-क्रीड़ा 3. रासलीला।
17. प्रकाशनार्थ या सूचनार्थ दिया गया लिखित वक्तव्य या प्रेस मैटर; इसे प्रेस विज्ञप्ति भी कहते हैं।
18. 1. ठोंकने का भाव या क्रिया; प्रहार 2. वह लकड़ी जिसे ठोंककर कोई वस्तु निर्मित की जाती है 3. अन्न के दानों
ऊपर से नीचे
1. 1. जौ का नया निकला हुआ अंकुर 2. नवरात्र की नवमी को होने वाला एक उत्सव 3. जौ के हरे-हरे छोटे पौधे जिन्हे लोग दशहरे के दिन अपने बंधु-बाँधवों या परिचितों के कानों पर खोंसते हैं।
2. उर्दू उच्चारणानुसार वर्तनी (दे. गायब)।
3. 1. लाभदायक; उपयोगी; काम आने योग्य 2. जिसे लिया जा सकता हो; ग्रहण करने योग्य 3. बहुत अच्छा; उत्तम; उत्कृष्ट।
5. ऐसा सिद्धांत या मत जो यह मानता है कि आनंद ही जीवन का सार है।
8. 'घुर-घुर' की ध्वनि।
10. पूर्व साहित्यिक मानकों को अस्वीकार कर चलने वाली नए रूप-प्रारूप की हिंदी कविता जो 'नई कविता' के बाद शुरू हुई।
11. 1. सूत कातने के लिए चरखे में लगी लोहे की वह सलाई जिसपर कता हुआ सूत लिपटता चलता है; टेकुआ 2. रस्सी बटने का एक उपकरण।
12. लेखाकार; लेखापाल; हिसाब रखने वाला; मुनीम।
13. 1. मन की भावना 2. इच्छा; आकांक्षा।
15. रासधारियों की टोली; रासधारियों का समाज।