वर्गपहेली varga paheli - 901 // किसी बात को सही बतलाना या ठहराना?
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मालिकी तफ़क़ सानलज़ ज़ईफ़ भंमागि फलपुंग कीनचा रतामस गफ़लांर सकतदी
बाएँ से दाएँ
2. 1. कला पूर्ण शारीरिक मुद्रा 2. स्त्रियों के हाव-भाव या कोमल चेष्टाएँ 3. कुटिलता; वक्रता।
4. 1. पद्म; कमल 2. स्वर्ण; सोना 3. कनक; धतूरा 4. ताँबा 5. सारस पक्षी 6. एक प्रकार का वर्णवृत्त जिसके प्रत्येक चरण में एक नगण
5. 1. दुश्मन या शत्रु होने की अवस्था या भाव; वैमनस्य 2. किसी बात पर होने वाली कहासुनी; अनबन 3. शरीर आदि को अस्वस्थ करने वाली शारीरिक प्रक्रिया; रोग।
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6. सुपाड़ी; पुंगीफल।
8. 1. बुड्ढा; बूढ़ा; वृद्ध 2. दुर्बल।
9. 1. सच्चे होने की अवस्था या भाव; सत्यता 2. किसी बात को सही बतलाना या ठहराना 3. उक्त के पक्ष में स्वीकृति देना; समर्थन 4. प्रमाणित; पुष्टि 5. गवाही।
ऊपर से नीचे
1. 1. ज़मीन की दूरी नापने का एक मान जो 220 गज़ के बराबर होता है 2. मील का आठवाँ भाग; 1/8 मील अथवा 201.168 मीटर।
3. 1. मिलकियत 2. मालिक या स्वामी होने का भाव 3. धन-दौलत; जायदाद।
5. वह जो नल लगाता
7. उर्दू उच्चारणानुसार वर्तनी (दे. फ़कत)।
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