वर्गपहेली varga paheli–867 : बिना पत्तों या शाखाओं का वृक्ष; सूखा पेड़
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खेखंटज डचिं आजिज़ी ठूँठ डठपीखं मचक रामजी धापेटआ रदाज़ापी पाधिनिल
बाएँ से दाएँ
1. मचकने की क्रिया या भाव; लचक; दाब; दबक।
4. उच्च न्यायालय की शाखा; (बेंच)।
6. भूख और ज़रूरत से कम; जो भरपेट न हो; ख़ुराक से कम।
7. निधि या संपत्ति की देख-रेख करने वाला; जिसकी देख-रेख में कोई निधि या संपत्ति हो; निधि रक्षक; कोषागार का प्रहरी।
ऊपर से नीचे
1. दे. मँजीरा।
2. नृत्य का एक प्रकार या भेद।
3. 1. बिना पत्तों या शाखाओं का वृक्ष; सूखा पेड़ 2. काटे गए या टूटे हुए पेड़ का धड़ 3. बिना हाथ वाला व्यक्ति 4. ज्वार
4. खंजन पक्षी के लिए संबोधन।
5. पीर या मुस्लिम धर्मगुरु का पुत्र।
6. 1. दीनता; लाचारी 2. परेशानी; तंगी 3. खिझलाहट; झुँझलाहट।