वर्गपहेली varga paheli–869 : हाँड़ी या ओखली की तरह का वह पात्र जिसमें दवा आदि कूटी जाती है
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वितदिनो कुलसं गऊला दाबोग थीकुल ड़चिंघाना वहान ख़ाहानाथी विभव वादिका नाराकि
बाएँ से दाएँ
1. ऊँचे पर्वत को खोदकर बनाया गया मार्ग; (टनेल)।
4. 1. मनोरंजन किया हुआ 2. प्रसन्न।
6. हाँड़ी या ओखली की तरह का वह पात्र जिसमें दवा आदि कूटी जाती है; खरल।
8. उड़द के समान एक मोटा अन्न जो चौपायों को खिलाया जाता है और जिसकी दाल भी बनती है; कालवृंत; खुरथी।
9. 1. तट; छोर 2. तीर 3. किसी बहुत लंबी और कम चौड़ी वस्तु के वे दोनों भाग जहाँ चौड़ाई समाप्त होती है; (बॉर्डर) 4. किसी ओर का अंतिम सादा सिरा 5. बगल; पार्श्व 6. हाशिया। [मु.] किनारे लगना : समाप्त होना। किनारे लगा देना : ख़तम कर देना। -करना : पृथक हो जाना; दूर हो जाना।
ऊपर से नीचे
2. 1. गलने वाला 2. जिसे गलाया जा सके; गलनशील।
3. वाद्य या बाजा बजाने वाली स्त्री।
4. ऐश्वर्य; शक्ति; धन-दौलत; संपत्ति; वैभव।
5. 1. घना; भरा हुआ या परिपूर्ण 2. समूचा; पूरा; सारा।
6. फ़ीलख़ाना; हस्तिशाला; हाथियों के रहने की जगह।
7. 1. हाथी का ज़ोर से चिल्लाना या आवाज़ निकालना 2. एकाएक ज़ोर की ध्वनि या शब्द करना; चीखना; चिल्लाना।